देवरिया के एक गांव में मनरेगा घोटाला: मृतकों और प्रवासियों के नाम पर निकाली जा रही मजदूरी
देवरिया संवाददाता
देवरिया। लखनचंद गांव से एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है, जहां मनरेगा योजना के तहत उन लोगों के नाम पर मजदूरी निकाली जा रही है जो या तो अब इस दुनिया में नहीं हैं या वर्षों से गांव से बाहर रहकर अन्य राज्यों में काम कर रहे हैं।
गांव के निवासी जवाहर की मृत्यु तीन साल पहले हो चुकी है, फिर भी उनके नाम पर जॉब कार्ड सक्रिय है और मजदूरी की राशि उनके खाते में नियमित रूप से भेजी जा रही है। यही नहीं, श्रीनिवास, रामेश्वर और राम लखन जैसे लोग, जो लंबे समय से अन्य राज्यों में रोजगार कर रहे हैं, उनके नाम पर भी जॉब कार्ड चल रहे हैं और सरकारी फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है।
इस मामले में गांव के ही प्रियांशु पटेल ने अधिकारियों से शिकायत करते हुए बताया कि जिन लोगों के नाम पर पैसे निकाले जा रहे हैं, वे या तो मर चुके हैं, बीमार हैं या गांव से बाहर रह रहे हैं। जबकि न तो गांव में कोई मनरेगा का कार्य हो रहा है और न ही लाभार्थियों को मजदूरी की राशि वास्तव में मिल रही है।
यह मामला न केवल सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग की ओर इशारा करता है, बल्कि संबंधित विभागों की निगरानी प्रणाली पर भी सवाल उठाता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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