देवरिया में लोकतंत्र पर हमला: जनप्रतिनिधियों और पत्रकार को मिली धमकी, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग तेज
अग्रसेन विश्वकर्मा (देवरिया केसरी)
उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को चुनौती देने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। एक स्थानीय पत्रकार संतोष विश्वकर्मा और जनप्रतिनिधि को अज्ञात नंबरों से जान से मारने की धमकियाँ मिली हैं। इस घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव का माहौल है और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन के प्रति गहरी नाराजगी जताई है।
जनप्रतिनिधियों ने इसे लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बताया है। उन्होंने एक सुर में आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करती हैं, बल्कि आम जनता के विश्वास को भी डगमगाती हैं।
पुलिस ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिन मोबाइल नंबरों से धमकी दी गई, उनकी तकनीकी जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रथम दृष्टया यह मामला आपराधिक धमकी, आपराधिक साजिश और आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। संदिग्धों की पहचान और लोकेशन ट्रेस करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
यह प्रकरण केवल एक पत्रकार या जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा का मामला नहीं, बल्कि यह लोकतंत्र के मूल स्तंभों पर एक गंभीर हमला है। ऐसे समय में पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह न केवल त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करे, बल्कि आम नागरिकों और लोकतांत्रिक संस्थाओं के बीच भरोसे को भी कायम रखे।
इस संवेदनशील मामले में प्रशासन की सक्रियता और पारदर्शिता ही जनता को राहत पहुंचा सकती है।
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