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Showing posts from December, 2023

क्या आप जानते हैं कि कब, कैसे और कहाँ हुई टाई की उत्पत्ति?

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सही मायने में लुईस द ग्रेट ने इसकी शुरुआत 1646 के आसपास की. प्रोटेस्टेंट और कैथोलिको सैनिकों के बीच पहनावे को लेकर कोई अंतर न था. तभी अलग पहचान के लिए लुई चौदहवें यानि लुई-द ग्रेट ने गले में टाई बांधनी शुरू की, और देखते ही देखते समूचे फ्रांस ने इस वेशभूषा को अपना लिया. हालांकि टाई पहले भी पहनी जाती थी,  दुनिया भर में पुरुषों की पोशाक में नेकटाई (Necktie) का एक विशेष स्थान है। विभिन्न स्थानों में इसका उपयोग आज अनिवार्य रूप से किया जाने लगा है। वर्तमान में इसका उपयोग केवल किसी व्यावहारिक उद्देश्य के लिये ही नहीं किया जा रहा बल्कि सजावटी उद्देश्य के लिये भी किया जा रहा है। हज़ारों वर्षों से टाई विभिन्न रूपों में अस्तित्व में रही है। प्राचीन मिस्र में टाई का उपयोग चार हज़ार साल पूर्व से किया जा रहा है। पुरातत्वविदों के अनुसार मिस्र में ममियों (Mummies) के गले में भी टाई को ताबीज़ के रूप में पहनाया जाता था। ओशियनिया (Oceania) में अमेज़न के आदिवासी बहुत कम कपड़े पहनते थे लेकिन उनके जीवन में भी गले के वस्त्रों का बहुत विशेष स्थान था। कहा जाता है कि नेकटाई की शुरूआत यूरोप

पापों से मुक्ति दिलाकर वैकुंठ की प्राप्ति कराती है भागवत कथा

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    उक्त बातें पिपरा खेमकरन  में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के प़थम दिन श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास डाक्टर श्रीप्रकाश मिश्र जी ने कही। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत के श्रवण से पापी से पापी व्यक्ति का उद्धार हो जाता है। जो व्यक्ति नित्य भागवत जी के कथा का श्रवण एवं पाठ करता है सभी पुण्यों को प़ाप्त करता है उसे एक हजार कपिला गौ के दान का पुण्य मिलता है श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से धुंधकारी जैसे वेश्यागामी  मद्यपेई का भी उद्धार हो गया था । जिसके घर में भागवत जी का नित्य पाठ व पूजन होता है उस घर में रोग व्याधि जरा पीडा नहीं होती है । इस भागवत जी की कथा के अनुपम विषय में सनकादि ऋषियों ने नारदजी को बताया कि भगवान कहते हैं कलियुग में जहां जहां भागवत जी रहते हैं वहां वहां मैं देवताओं के साथ उपस्थित रहता हूं जहां भागवत की कथा होती है वहां सारे देवी देवता तीर्थ नदी सरोवर विराजमान होते हैं । यह पावन पुराण श्रीमद्भागवत आयु आरोग्य और पु्ष्टि को देने वाली है ।  कथा के प़ारम्भ में शोभा यात्रा बरहज सरयू नदी में जाकर वरुण देवता का पूजन करके जल भरकर कथास्थली पर आकर गणेशादि देवत

आरोग्य भारती के तत्वाधान में निः शुल्क जांच व निः शुल्क स्वास्थ्य शिविर का हुआ आयोजन

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आज आरोग्य भारती व ब्लूमिंग रोज अकादमी नेहरू नगर न्यू कॉलोनी देवरिया के संयुक्त तत्वाधान में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर योग एवं आयुर्वेद का शिविर निशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया l शिविर को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष श्रीमान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आज पूरा विश्व भारतीय चिकित्सा पद्धति योग आयुर्वेद का मुरीद हो रहा है यह चिकित्सा पद्धति हमें ऋषि मुनियों से वरदान में मिली है पूरे विश्व में आयुर्वेद और योग का धूम मचा हुआ है l देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र भाई मोदी जी आयुर्वेद योग को बढ़ावा देते हुए पूरे देश में आयुर्वेद और योग के विश्वविद्यालय और योग वैलनेस सेंटर और हेल्थ बैलेंस सेंटर की स्थापना प्रत्येक गांव में किया जा रहा है पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति के ध्वजवाहक के रूप में आयुर्वेद है उसी से हमारी पहचान हैl उन्होंने कहा कि इस तरह के चिकित्सा शिविरों के आयोजनों से बच्चों में मानसिक और बौद्धिक विकास होता है और स्वास्थ्य के प्रति लोग जागरुक होते हैं l इस अवसर पर भाजपा की महिला मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति सदस

एक ऐसा प्रत्याशी, जिसे खुद का भी नहीं मिला वोट

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बसपा ने ईवीएम में सेटिंग का लगाया आरोप कुरूद विधानसभा क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी का आरोप है कि उसे खुद का वोट नहीं मिला है।  ईवीएम में सेटिंग की गई है। कांग्रेस और भाजपा को ही वोट मिले, जबकि अन्य पार्टियों के वोट इन पार्टियों के प्रत्याशियों में बंट गए। कुरूद के बसपा प्रत्याशी लालचंद पटेल ने बताया कि जिस पोलिंग बूथ में वे वोटर हैं। जिस राउंड में उस पोलिंग बूथ के मतों की गणना हुई, उस बूथ में उसे शून्य बोट मिला। उसने बताया कि उसके घर में 6 सदस्य हैं, जिन्होंने उनके पक्ष में वोट किया था। वह वोट उसे नहीं मिला। यहां तक की खुद ने भी अपने सेटिंग के चलते खुद का वोट भी उन्हें नहीं मिला। उन्होंने बताया कि गांव में ही पटेल समाज के 140 सदस्य हैं, जिनमें से अधिकांश ने उन्हें वोट किया है। उन्हें कुल 351 वोट मिले हैं, वह भी इधर उधर के पोलिंग बूच से। धमतरी के बसपा प्रत्याशी घनाराम साहू ने बताया कि ईवीएम में ऐसी सेटिंग की गई है कि अन्य पार्टियों के वोट भी कांग्रेस और भाजपा में बंट गए हैं। उन्हें 1084 वोट मिले हैं। उन्होंने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायत पत्र सौंप

रिवाज ऐसा की पिता ही कर लेता है अपनी ही बेटी से शादी,देता है पत्नी का सभी अधिकार

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Weird tradition: पिता ही करता है अपनी बेटी से शादी दुनिया में अजीबोगरीब रीति रिवाज है लेकिन आज हम आपको एक ऐसे रीति-रिवाज के बारे में बताने वाले हैं जो मानवता को शर्मसार करता है पिता अपनी बेटी से कर लेता है शादी। दुनिया में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपनी पुरानी परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो पुरानी परंपरा को गलत बताकर छोड़ देते हैं लेकिन आज हम एक ऐसे देश के बारे में बात करने वाले हैं जहां पिता ही अपनी बेटी का पति बन जाता है उसके साथ निकाह कर लेता है जिस बेटी को पिता पाल पॉस्कर बड़ा करता है उसी से शादी कर लेता है । आज दुनिया इतना एडवांस हो गया है कि हर एक व्यक्ति को प्रथा को अच्छा से समझता है जिस वजह से कई जगहों पर कुप्रथा को मानने से लोग इनकार कर देते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो को प्रथा को अपनी पुरानी संस्कृति धरोहर मानकर आज भी सीने से लगाए हुए हैं और उसे निभाते हैं ऐसा ही एक कुप्रथा भारत के पड़ोसी देशबांग्लादेश में चली आ रही है जहां जनजाति के लोग इस वजह से अपने ही बेटी से करते हैं शादी। भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में एक ऐसा कुप्रथा है जो आज के मा