Pitru Paksha 2023 : हिंदू धर्म में बताए गए ईश्वर प्राप्ति के मूलभूत सिद्धांतों में से एक अर्थात ‘देवऋण, ऋषि ऋण, पितृऋण और समाज ऋण यह चार ऋण चुकाने होते हैं। इसमें से पितृऋण चुकाने के लिए श्राद्ध विधि करना आवश्यक होता है । माता-पिता और निकट के संबंधियों की मृत्यु के बाद की यात्रा सुखमय और क्लेश रहित हो, उनको सद्गति मिले, इसके लिए यह संस्कार अर्थात् ‘श्राद्ध’ किया जाता है। इस वर्ष पितृपक्ष 29 सितंबर से 14 अक्टूबर की अवधि में है । प्रत्येक वर्ष पितृपक्ष की कृष्ण पक्ष में महालय श्राद्ध किया जाता है। श्राद्ध विधि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण आचार है तथा वेद काल का भी आधार है । अवतारों ने भी श्राद्ध विधि की है, इसका उल्लेख भी मिलता है। श्राद्ध के मंत्रोंच्चारण में पितरों को गति देने वाली सूक्ष्म शक्ति समाविष्ट होती है ।
देवरिया जिले में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जिले के रुद्रपुर के निकट फतेहपुर गांव में पुरानी रंजिश के चलते छह लोगों की हत्या कर दी गई है। मौके पर पहुंच कर भारी पुलिस बल द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। घटना को लेकर पूरे इलाके में हड़कंप मचा है। घटनास्थल पर चीख- पूकार से पूरा गांव सहम उठा है। गांव में तनाव का माहौल है। देवरिया जिले में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां पुरानी रंजिश में छह लोगों की हत्या कर दी गई है। घटना को लेकर पूरे इलाके में हड़कंप मचा है। भारी पुलिस बल तैनात है। गांव में चीख- पुकार मची है। घटना को लेकर चारों तरफ तरह- तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
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