अपने बच्चों को जरूर पिलाएं पोलियो की दवा: जिलाधिकारी

संवाददाता देवरिया केसरी

पूरे जिले में रविवार को मनाया गया पल्स पोलियो अभियान का बूथ दिवस
जिलाधिकारी, सीडीओ और सीएमओ ने जिला एमसीएच विंग से किया मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ

पल्स पोलियो अभियान का जिले में रविवार से आगाज हो गया । पहले दिन जिले में बने 1759 बूथ पर पांच साल तक के बच्चों को दवा पिला कर बूथ दिवस मनाया गया । मुख्य कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने एमसीएच विंग, रेलवे स्टेशन और रूच्चापार प्राथमिक विद्यालय में बने बूथ से बच्चों को दवा पिलाकर किया। छूटे हुए बच्चों को *29 मई से 02 जून तक* पल्स पोलियो की टीम घर घर जाकर दवा पिलाएंगी ।
             जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि अगर किसी का बच्चा पोलियो की दवा पीने से छूट गया है तो टीम के जाने पर दवा अवश्य पिलवा दें । लोगों को इस अभियान की महत्ता समझनी चाहिए और दवा अवश्य पिलानी चाहिए।
             मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि पोलियो का उन्मूलन देश से हो गया है लेकिन हाल ही में मोजाम्बिक देश में पोलियो के वायरस मिले हैं। पड़ोसी देशों में पहले से इसके वायरस मौजूद हैं। वहां के लोग दवा के प्रति उदासीन भी हैं। अब हर भारतीय नागरिक की जिम्मेदारी बनती है है कि वह अपने बच्चों को दवा अवश्य पिलवाएं।
            मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने अभियान के बारे में बताया कि जिले में 944 हाउस टू हाउस टीम बनाई गई हैं जो घर घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगी । इनके अलावा 114 ट्रांजिट टीम और 45 मोबाइल टीम भी दवा पिलाएंगी । जिले के करीब 4.93 लाख बच्चों को दवा पिलाई जानी है। सीएमओ ने कहा कि ईंट भट्ठों के श्रमिकों, मलिन बस्तियों और घूमंतू प्रजाति के लोगों के बच्चों को भी दवा पिलवाने में समाज के प्रबुद्ध लोग योगदान दें क्योंकि यह समूह उच्च जोखिम समूह है । इनका प्रतिरक्षण नितांत आवश्यक है । 
        इस मौके पर महर्षि देवरहवा बाबा मेडिकल कालेज के प्राचार्य राजेश बरनवाल, सीएमएस एचके मिश्रा, एसीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद, अर्बन नोडल अधिकारी आरपी यादव, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ अंकुर सांगवान, यूनिसेफ़ के डीएमसी अशरफ, एआरओ राकेश चंद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

नियमित टीकाकरण में भी है शामिल

        सीएमओ ने बताया कि पांच साल तक के बच्चों का सात बार नियमित टीकाकरण आवश्यक है । नियमित टीके के साथ भी पोलियो की खुराक दी जाती है । जिन बच्चों को नियमित टीके के साथ इसकी खुराक मिली है उन्हें भी अभियान के दौरान दवा का सेवन करना है।

Comments

Popular posts from this blog

देवरिया के एक गांव में घरवालों के बाहर जाते ही प्रेमिका से मिलने कमरे में पहुंच गया प्रेमी, अचानक आ गई पुलिस।

यूपी के इस युवक ने पार की हैवानियत की सारी हदें, प्यार के जाल में फंसाकर रेप के बाद बनाया पॉर्न वीडियो, फिर मंगेतर के सामने खोला सच

रेप से गर्भवती हुई 11 साल की बच्ची को देना होगा बच्चे को जन्म, कोर्ट ने अबॉर्शन की नहीं दी इजाजत